कारे बादल गहराये हो गोरी धना पानी का निकरी
अपने ससुर की बड़ी रे लुलारिन
अंगना में कुंवना खोदाये हो गोरी धना पानी का निकरी
अपने जेठ की बड़ी रे लुलारिन
चांदी की गगरी मंगाये हो गोरी धना पानी...
अपने देवर की बड़ी रे लुलारिन
रेशम की डोरी मंगाये हो गोरी धना पानी...
भर के गगरिया लेके जो निकरी
देवरा से गगरी उतराये हो गोरी धना पानी...