आपको याद होगा कुछ समय से यह मैसेज वाइरल हो रहा है, की अगर किसी पर तेज़ाब पड़ जाए या किसी ने तेज़ाब डाल दिया हो, तो क्या करें ? शरीर के जिस हिस्से पर तेज़ाब गिर गया हो उस हिस्से पर सबसे पहले दूध डाले और तब तक डाले जब तक दूध फटना बंद ना हो, अगर तेज़ाब पड़ने के साथ ही तुरंत दूध के साथ अच्छी तरह धो दिया तो आपको पता भी नहीं चलेगा तेज़ाब कहाँ गिरा था या डाला गया था ।
क्या यह सच था ?
डॉ. सुनील भट्नाकर (quora.com/Does-pouring-milk-on-the-acid-attacked-area-help) कहते है, यह बेहद बुरा तरीका है, एसिड से झुलसने पर साफ़ पानी ही डाला जा सकता है, एसिड के साथ दूध मिलने पर और अधिक गर्मी बढ़ जाती है, जिससे और अधिक स्किन पर नुकसान हो सकता है, साथ ही दूध, जर्म या बक्टीरिया को बढाने में और अधिक सहायक हो सकता है, जिससे इन्फेक्शन का खतरा और भी बढ़ जाता है ।
यदि ऐसा किसी के साथ होते हुए देखें तो
जितनी जल्दी हो सके उन्हें डॉ. के पास ले जाएँ, साफ़ पानी का उपयोग करे, खराब पानी का उपयोग गलती से भी न करें इससे इन्फेक्शन हो सकता है,
सभी गहने या कपड़े उस हिस्से से हटा दें जहाँ एसिड गिरा है। बिना डॉक्टरी सलाह से अपने मन से किसी भी तरह की क्रीम का प्रयोग न करें, किसी भी तरह के प्रदूषण या धुल मिट्टी से बचाएं । हॉस्पिटल में ऐसे मरीज के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था होती है, जितना जल्दी हो सके हॉस्पिटल पहुंचे ।